अखिल भारतीय साहित्य परिषद्
अखिल भारतीय साहित्य परिषद् द्वारा गाजीपुर के अहीरपुरवा, जंजीरपुर, आदर्श बाजार में धर्मदेव यादव धर्मेश के प्रमुख संयोजन में कवि विजय कुमार मधुरेश एवं कवि इंद्रजीत तिवारी निर्भीक के संचालन में महाकाव्य रचयिता कवि कामेश्वर द्विवेदी के अध्यक्षता में मुख्य अतिथि पुणे ,महाराष्ट्र की प्रख्यात कवयित्री एवं भजन गायिका डॉ.रीता पाण्डेय , विशिष्ट अतिथि डिप्लोमा इंजीनियर महासंघ के गाजीपुर के जिला अध्यक्ष इंजीनियर सुरेन्द्र प्रताप सिंह, खालिसपुर इ.का.के प्रबंधक कवि हरिशंकर पाण्डेय, प्रख्यात कवि दिनेश शर्मा के गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुई। विशेष रूप से इंजीनियर महासंघ के अध्यक्ष इंजीनियर सुरेन्द्र प्रताप सिंह एवं डॉ. धर्मदेव यादव धर्मेश ने मुख्य अतिथि डॉ.रीता पाण्डेय सहित समस्त रचनाकारों का अंग वस्त्र,माला आदि भेंट करके स्वागत किया।सरस कवि सम्मेलन का शुभारंभ इंजीनियर सुरेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा मां वीणा वादिनी का वन्दना मां शारदे, मां शारदे मुझे तार दे, मेरे शब्द स्वर को संवार दें सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।उक्त अवसर पर मुख्य अतिथि रीता पाण्डेय ने समस्त रचनाकारों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि बेटी जन्माई के बधाई गईल हो बाबूजी,कवन कईल देह से बधाई गईल बाबूजी, डॉ . धर्मदेव यादव धर्मेश ने अपना भारत वर्ष सबसे महान है, यहां के वेद,पुराण श्रृषि, मुनियों का श्रेष्ठ स्थान है,कवि इंद्रजीत तिवारी निर्भीक ने बाप के आंखों से आंसू बह गया,चल गई इज्जत क्या बाकी रह गया, डॉ.विनय पाण्डेय बहुमुखी ने गईली एगो प्रितभोज में करम हमार फूट गईल,किनले रहली नया जूता,भागे में ही फूट गईल, हास्य व्यंग धुरंधर कवि विजय कुमार मधुरेश ने व्यंग् बाण से श्रोताओं को गुदगुदाया। आयोजन अध्यक्ष कवि कामेश्वर द्विवेदी ने मानवीयता को तीव्र धार चाहिए, तप्त हुए स्वर्ण सा निखार चाहिए, कवि हरिशंकर पाण्डेय ने भाई और बहन के अटूट संबंध को सदैव पूर्ण निष्ठा एवं ईमानदारी पूर्वक अपनाना चाहिए, कवि दिनेश चन्द्र शर्मा ने हालत में डरना मत प्रियतम बात जब ईमान की आएगी तो मर जाना। कवि नागेश मिश्र, कवि आशुतोष श्रीवास्तव,कवि कृष्णानन्द दूबे गोपाल, कवि यशवंत यादव सहित अनेकों विशिष्ट रचनाकारों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। स्वागत संबोधन कवि विनय पाण्डेय बहुमुखी, कवि यशवंत यादव, धन्यवाद आभार कवि कृष्णानंद दूबे गोपाल ने किया।