साहित्यकार डा.रमेश बुधौलिया की मनाई पुण्यतिथि
साहित्यकार डा.रमेश बुधौलिया की मनाई पुण्यतिथ,
नरसिंहपुर.. वरिष्ठ साहित्यकार मूर्धन्य कवि शिक्षाविद् स्व.डा रमेश बुधौलिया ने युगबोध साहित्य का सृजन किया। गजल संग्रह गीत संग्रह दोहा संग्रह छंद संग्रह नीराजन गीता ज्ञान प्रभा, सौंदर्य शतक,विवेकायन सहित दर्जनों उत्कृष्ट कृतियों के रचनाकार डा.बुधौलिया ने अंग्रेजी मराठी संस्कृत सहित अनेक भाषाओं की कविताओं का हिंदी में अनुवाद किया ।साहित्यकार डा बुधौलिया जीवन की अंतिम सांसों तक अपने सृजन से मां भारती और वीणा पाणी मां सरस्वती की आराधना करते रहे।उनका युगबोध साहित्य हमेशा हमेशा नव पीढ़ी को दिशा निर्देश और मार्गदर्शन देता रहेगा। उक्ताशय के विचार वरिष्ठ साहित्यकार गुरुवर अशोक त्रिपाठी ने डा बुधौलिया की 18वीं पुण्य तिथि पर बुधौलिया परिवार के निज निवास नरसिंहपुर में व्यक्त किये।उक्त अवसर पर डा.विवेक सक्सेना डा.शंकर सहर्ष पं.शशिकांत मिश्र डी डी गोस्वामी,पं.गणेश कुमार चतुर्वेदी पं.सी बी शर्मा जयनारायण शर्मा सहित अनेक वक्ताओं ने डा बुधौलिया के साहित्य पर अपने अपने विचार रखे।
बुधौलिया परिवार से अनंत बुधौलिया अनादि बुधौलिया सार्थक बुधौलिया अव्यश्री कटारे दिनेश कटारे नव्यश्री गिरदोनिया जनार्दन गिरदोनिया ने डा बुधौलिया बाबूजी के कृतित्व व्यक्तित्व पर चर्चा करते हुये उनकी स्मृतियों के रोचक मधुर पलों को तरोताजा किया।अतुल बुधौलिया ने उनके सृजन पर अपने विचार रखते हुये उनके अनेक रोचक संस्मरण सुनाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम के दूसरे दौर में सरस काव्यगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें प्रशांत शर्मा सूर्यकांत साहू कुंजबिहारी यादव नरेंद्र सराठे कीरत पटेल आशीष सोनी सतीश तिवारी सरस डा शंकर सहर्ष डा.विवेक सक्सेना गुरुवर अशोक त्रिपाठी ने यादगार गरिमामयी काव्य पाठ किया।