नवीदा कवि रमेश माल चिमने रायचूर कर को मिला” हिंदी काव्य रत्न”सम्मान
नवीदा कवि रमेश माल चिमने रायचूर कर को मिला” हिंदी काव्य रत्न”सम्मान
नेपाल की संस्था शब्द प्रतिभा बहू क्षेत्रीय फाउंडेशन द्वारा 14सितंबर को हिंदी दिवस के उपलक्ष में ऐतिहासिक महत्व की गौरवशाली अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन कविता लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। जिसमें भारत,नेपाल, अमेरिका, कनाडा के 6742 महिला ,पुरुष रचनाकारों ने स्वरचित कविता लेखन प्रतियोगिता में सहभाग लिया थे। उसमें उत्कृष्ट रचनाएं 675 रचनाकारों को “हिंदी काव्य रत्न”उपादी से सम्मानित किया गया है। हिंदी भाषा का महत्व प्रतिपादन करने के लिए यह संस्था प्रतिवर्ष नवोधित कवियों को प्रोत्साहित करती है और सम्मानित करती है। यह एक संस्था है जो भारत, नेपाल में हिंदी को बढावा देने के लिए कार्यरत है। संपूर्ण विश्व में हिंदी का प्रचार-प्रसार करने के लिए यह संस्था कार्यरत है।
हिंदी भाषा का महत्व प्रतिपादन करने वाली कविता लेखन श्री रमेश मालचिमणे जी ने लिखे थे। उनके काव्य प्रतिभा को देखते हुए उन्हें यह “हिंदी काव्य रत्न” सम्मान देकर गौरवनित किया गया है। श्री रमेश मालचिमणे श्री वर्धमान हिंदी हाई स्कूल रायचूर कर्नाटक में वरिष्ठ हिंदी अध्यापक के रूप में 25 वर्षों से कार्यरत है। वे” रमा” नाम का काव्य संकलन 2002 में रवीना प्रकाशन दिल्ली से प्रकाशित कर चुके हैं। साथ-साथ अनेक काव्य संकलन में कविता लिखते हैं। दक्षिण भारत में हिंदी के प्रचार के लिए हिंदी में अनेक कार्य किये है। स्कूलों और महाविद्यालय में हिंदी कार्य शाला का आयोजन कर के, व्याख्यान देते रहते हैं। इनके हिंदी सेवा को देखते हुए उन्हें अनेक देश विदेश की संघ संस्थाओं से सैकड़ो सम्मान पत्र देकर सम्मानीत हो चुके हैं ।गत वर्ष उन्हें दिल्ली से “कबीर कोहिनूर” पुरस्कार भी प्राप्त हो चुका है ।और हिंदी शिक्षक संघ से कर्नाटक “राज्य प्रशस्ति” भी उन्हें प्राप्त हुई है।