राष्ट्र का गौरव है हिन्दी
राष्ट्र का गौरव है हिन्दी
संस्कृति की पहचान है हिन्दी राष्ट्र धर्म और प्रेम है हिन्दी
राष्ट्र का सम्मान है हिन्दी
राष्ट्र का गौरव है हिंदी
रिश्तो में मन के भावों की मिठास है हिन्दी
लय, गीत, गजल कविता की सौगात है हिंदी
मित्रता और भाईचारे का संदेश है हिंदी
प्रेम का भाव है हिंदी भारत माता के मस्तक की शोभा है हिंदी
बालक की मुस्कान है हिंदी नदियों का संगम है हिंदी
पर्वत सी विशाल है हिंदी
नील गगन में स्वच्छंद मदमस्त पवन सी है हिंदी
भारत का स्वाभिमान है हिंदी एकता और अखंडता का प्रमाण है हिंदी
जन-जन की वाणी है हिंदी
माँ शारदे का स्वर है हिंदी
वीरों की शहादत पर नतमस्तक और नमन है हिंदी
दुश्मन को ललकार है हिंदी आतंकवाद पर प्रहार है हिंदी क्रांतिवीरों का वलिदान है हिंदी और देश पर मर मिटने वालों की शान है हिंदी
भारत सीमा की ढाल है हिंदी पश्चात सभ्यता पर भारी है हिंदी
वेद,पुराण और उपनिषदों का ज्ञान है हिंदी
संस्कृत की दुलारी बेटी है हिंदी और भारत माता के मस्तक का श्रृंगार है हिन्दी
सरहद की प्रहरी है हिंदी
माता यशोदा का वात्सल्य है हिंदी
नारी की शक्ति है हिंदी
मीरा की भक्ति है हिंदी
राधा कृष्ण का प्रेम है हिंदी
सात सुरों की सरगम है हिंदी कृष्ण की बंसी की मधुर धुन है हिंदी
और राम का पुरुषोत्तम है हिंदी समस्त भूमंडल और ब्रह्मांड में विचरण करती है हिंदी
ऋषियों और मुनियों की वाणी है हिंदी
हिंद देश की राजभाषा है हिंदी हर भारतीय की जान और शान है हिंदी
और हिंदी हिंदू हिंदुस्तान है हिंदी जय हिंद- जय भारत-वंदे मातरम्
— अनीता गौतम
प्रवक्ता एवं साहित्यकार आगरा उत्तर प्रदेश