पथ में आगे बढ़ना सुनो
पथ में आगे बढ़ना सुनो
सोच समझकर पथ में आगे बढ़ना सुनो
सोच समझकर कोई साथी चुनना सुनो
रिश्तों के नाम पर दगा देते यहाँ लोग
भूलकर भी न पालना प्यार वाला रोग
दीवाना आशिक कभी भी न बनना सुनो
सोच समझकर पथ में आगे बढ़ना सुनो
मुहब्बत में हद से आगे गुजरना नहीं
टूटकर प्यार में किसी के बिखरना नहीं
प्यार की झूठी बातों में न फँसना सुनो
सोच समझकर पथ में आगे बढ़ना सुनो
कसमें वादे वफ़ा सब झूठी बातें हैं
कुछ चन्द लम्हों की ये मुबारक रातें हैं
किसी के भी सपनें मन में न गुनना सुनो
सोच समझकर पथ में आगे बढ़ना सुनो
कसमें खाकर एक रोज भुला देंगे वो
और फिर नया एक मुर्गा फँसा लेंगे वो
बेवफाओं के चक्कर में न पड़ना सुनो
सोच समझकर पथ में आगे बढ़ना सुनो
मुंँह पर तो मीठी बातें करते हैं लोग
मगर पीठ पीछे चालें चलते हैं लोग
सावधानी से डगर में पग धरना सुनो
सोच समझकर पथ में आगे बढ़ना सुनो
दिखते सभ्य लेकिन मन के बहुत हैं काले
मुख पर बनें साथी मन में नफरत पाले
ऐसे स्वार्थियों से सदैव बचना सुनो
सोच समझकर पथ में आगे बढ़ना सुनो
पैठ कर हृदय में अंतस की थाह लेंगे
कमजोर नस पकड़कर तुमको दर्द देंगे
अपने राज किसी से कभी न कहना सुनो
सोच समझकर पथ में आगे बढ़ना सुनो
राम जी तिवारी “राम”
उन्नाव (उत्तर प्रदेश)