समकालीन जवाबदेही पत्रिका संस्मरण विशेषांक का लोकार्पण जून में
समकालीन जवाबदेही पत्रिका संस्मरण विशेषांक का लोकार्पण जून में
औरंगाबाद 6/5/24
जिला मुख्यालय औरंगाबाद में ओवर ब्रिज बाईपास के समीप अवस्थित शिक्षक चंदन पाठक के आवास पर जिले की प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था समकालीन जवाबदेही परिवार की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन औरंगाबाद के अध्यक्ष डॉ सिद्धेश्वर प्रसाद सिंह के अध्यक्षता में आयोजित बैठक का संचालन शब्दाक्षर के जिलाध्यक्ष नागेंद्र केसरी ने किया। बैठक में सदस्यों ने आपसी विचार समन्वय किया एवं समकालीन जवाबदेही के संस्मरण विशेषांक के प्रकाशन में विशेष सहयोग देने के लिए कृत संकल्पित हुए। बैठक की शुरुआत समकालीन जवाबदेही पत्रिका के प्रधान संपादक डॉ सुरेंद्र प्रसाद मिश्र के विचार विमर्श संबोधन के साथ हुई। कहा कि संस्मरण विशेषांक में राष्ट्रीय स्तर के साहित्यकारों की रचनाएं संलग्न है। संस्मरण विशेषांक को सुसज्जित करने में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ कुमार वीरेंद्र जी ने महती भूमिका निभाई है।पत्रिका के टंकण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।प्रकाशन के अंतिम चरण में इस पत्रिका का लोकार्पण जून माह के अंतिम सप्ताह में होने की संभावना है। शब्दाक्षर के राष्ट्रीय प्रचार मंत्री कविवर धनंजय जयपुरी ने पत्रिका के वर्तमान वस्तु स्थिति पर चर्चा करते हुए कहा कि यह पत्रिका 450 पृष्ठ की है एवं इसका क्लेवर आकर्षक बनाया गया है। विमर्श बैठक के मौके पर ज्योतिर्विद शिवनारायण सिंह,शिक्षक नेता राम भजन सिंह, डॉ संजीव रंजन, अधिवक्ता सिद्धेश्वर विद्यार्थी,कवि रामकिशोर सिंह,केडी पांडेय, शिक्षक उज्जवल रंजन, नारायण मिश्रा अवकाश प्राप्त दारोगा मुरलीधर पांडेय एवं सिंहेश सिंह लालदेव प्रसाद, पूर्व बीईओ सुमन अग्रवाल, शिव शिष्य पुरुषोत्तम पाठक, अलखदेव सिंह, कवि विनय मामूली बुद्धि,अवकाश प्राप्त प्रोफेसर डॉ शिवपूजन सिंह डॉ रामाधार सिंह,ओम प्रकाश पाठक रामानुज सिंह,शिक्षक धर्मेंद्र सिंह धीरज पाठक,मीडिया प्रभारी सुरेश विद्यार्थी सहित अन्य उपस्थित थे।धन्यवाद ज्ञापन चंदन पाठक द्वारा किया गया।