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साहित्य जगत की दो प्रमुख पहचान डॉ. सुनीता श्रीवास्तव और नारायणी माया को प्रतिष्ठित व्यास सम्मान प्राप्तवान शरद पगारे जी तथा साहित्य अकादमी मध्य प्रदेश के निदेशक, डॉ. विकास दवे जी ने सम्मानित किया।

*साहित्य जगत की दो प्रमुख पहचान डॉ. सुनीता श्रीवास्तव और नारायणी माया को प्रतिष्ठित व्यास सम्मान प्राप्तवान शरद पगारे जी तथा साहित्य अकादमी मध्य प्रदेश के निदेशक, डॉ. विकास दवे जी ने सम्मानित किया।*

*Literary World’s 2 renown authors, Dr. Sunita Shrivastava and Narayani Maya get’s awarded by the famous Sharad pagare and Dr. Vikas Dave.*

देश के सर्वोत्तम साहित्यिक पुरस्कारों में से एक, प्रतिष्ठित व्यास सम्मान से सम्मानित साहित्य जगत के सुप्रसिद्ध प्रेरणा स्त्रोत, वरिष्ठ साहित्यकार व उपन्यासकार आदरणीय डॉ. शरद पगारे जी तथा साहित्य अकादमी म. प्र. के निदेशक- डॉ. विकास दवे जी द्वारा शुभ संकल्प समूह की संस्थापक, निर्देशिका और प्रधान संपादक- डॉ. सुनीता श्रीवास्तव और शुभ संकल्प समूह की सह संपादक, वरिष्ठ लोक भाषा साहित्यकार नारायणी मानवेंद्र माया “बधेका” को साहित्य जगत में पहचान बनाने हेतु विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
यह सम्मान समारोह, विचार प्रवाह साहित्य मंच द्वारा इंदौर के प्रेस क्लब में आयोजित अंतराष्ट्रीय लघुकथा अधिवेशन के अवसर पर साहित्यकारों को यह सम्मान प्रदान किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व्यास सम्मान प्राप्तवान, वरिष्ठ हिंदी साहित्यकार, साहित्य जगत के प्रेरणा स्त्रोत आदरणीय डॉ. शरद पगारे जी, साहित्य अकादमी मध्य प्रदेश के निदेशक और देवपुत्र बाल पत्रिका के प्रधान संपादक, वरिष्ठ हिंदी साहित्यकार डॉ. विकास दवे जी, इंदौर लोकसभा सांसद शंकर लालवानी जी और वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. मीरा जैन जी इस कार्यक्रम में विशेष रूप से मौजूद रहें। कार्यक्रम विचार मंच की टीम और सुषमा दुबे जी द्वारा संयोजित था।
इसी के साथ कार्यक्रम में डॉ. सुनीता श्रीवास्तव की स्वरचित कहानियों का मालवा थियेटर द्वारा नाटक के रूप प्रस्तुतिकरण हुआ, और लेखिका नारायणी माया द्वारा रचित पुस्तक “माया” गणमान्यजनों के समस्त भेट हुई।
कार्यक्रम का अभार डॉ. अर्पण जैन “अविचल” ने माना।

 

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