स्वस्थ तन मन के लिए योग आवश्यक है।
स्वस्थ तन मन के लिए योग आवश्यक है।
. विमल सक्सेना योग गुरु
लखनऊ, स्वस्थ जीवन के लिए स्वस्थ शरीर की आवश्यकता होती है और आज के समय में स्वस्थ शरीर पाने के लिए अतिरिक्त श्रम करना होता हैl जिसका एकमात्र साधन है योगl
योग को मुख्यतः मैंने चार भागों में बांटा है :-
1. एक सकारात्मक ऊर्जा होती है जिसको धारण कर, शरीर ऊर्जावान हो जाता है दूसरी होती है नकारात्मक ऊर्जा जो समाज में दिन प्रतिदिन काफी तेजी से फैल रही है जैसे मोबाइल रेडिएशन, पॉलीथिन, प्लास्टिक इत्यादि के द्वारा, जिसके स्पर्श मात्र से ही शारीरिक समीकरण बदल जाते हैं और शरीर क्षीणता(अस्वस्थता) की ओर चला जाता है l जिसकी वजह से लोगों का स्वास्थ्य गिर रहा है l आज भारत में दिन प्रतिदिन शुगर(डायबिटीज़), रक्तचाप (ब्लडप्रेशर), हृदय घात (हार्ट अटैक) और अनेक प्रकार की बीमारियां होती जा रही हैं l
2. इंसान की मन:स्थिति, और सकारात्मक सोच भी शरीर के लिए काफी फायदेमंद रहती है जिसमें सच का ज्ञान होना आवश्यक है और सच हमेशा एक ही होता है। नकारात्मक सोच झूठ या भ्रम व्यक्ति के शरीर को अंदर से खोखला/समाप्त करता जा रहा हैं इस वजह से समाज में हिंसा, झूठ, एक दूसरे की आलोचना करना आदि बढ़ता जा रहा है जिसकी वजह से स्वास्थ्य गिरता जा रहा है।
3. भोजन – पौष्टिक भोजन करना सही प्रकार से और सही समय पर करना, शरीर को ऊर्जावान बनाता है। वर्तमान में भोजन कुछ भी कभी भी खाने के कारण सिर्फ स्वाद को देखने की वजह से बीमारियों का मुख्य कारण है।
4. योग एक निश्चित समय पर सुबह 4 से 5 गर्मी / 5 से 6 तक सर्दी में उठकर जो व्यक्ति योगा/प्राणायाम कर लेता है स्वस्थ रहता है l
और दूसरी ओर, कोई सो कर उठने का समय ही नहीं और कोई शारीरिक एक्टिविटी ही नहीं। मुख्यत: शरीर को अस्वस्थता की ओर ले जा रही है इसी कारण समाज में दिन प्रतिदिन शारीरिक और मानसिक बीमारियां बढ़ती जा रही हैं और जो बीमारी एक बार हो जाती है उसके सही होने की संभावना न के बराबर रहती है ध्यान न देने पर एक से दो, दो से तीन और तीन से चार बढ़ती जाती हैं l
*इस लेख के माध्यम से यह बताने की कोशिश की गई है की बीमारियां कैसे उत्पन्न होती हैं*
*योग अपनाए*
*स्वस्थ जीवन पाए l*
*विमल सक्सेना, योगगुरु*
9305245576