Search for:

हिंदी है अपनी भाषा

 

हिन्दी है अपनी भाषा
सुन्दर सपनें उज्वल आशा;
हिन्दी सी नहीं दूजी कोई,
अंग्रेजी तो है सदा सौतेली माई।

हिन्दी में पढ़ो ,लिखो,बोलो,
हिन्दी में ही अपने आपको घोलो ;
हिन्दी सी कोई प्यारी नहीं,
अंग्रेजी कभी हमारी नहीं।

हिन्दी है हमारी राष्ट्रीय अस्मिता,
हिन्दी बिना न होगी एकता;
हिन्दी बिना नहीं चारा कोई
हिन्दी ही केवल अपनाओ भाई ।

जन-जन में फैलाओ आज
माता हिन्दी की यह आवाज;
हो एक तन-मन-धन
बढ़ाओ हिन्दी से अपनापन।
▪️

सुब्रत दे
सम्पादक – हिन्दी ज्योति
सम्बलपुर – उड़ीसा

Leave A Comment

All fields marked with an asterisk (*) are required