सलोने श्याम
सलोने श्याम
द्वापर युग की है बात,
द्वापर युग की है बात l
वासुदेव ll
माता देवकी के लाल,
माता देवकी के लाल l
वासुदेव ll
क्रूर कंस शासन काल,
क्रूर कंस शासन काल l
वासुदेव ll
जेल उग्रसेन को डाल,
तात उग्रसेन को डाल l
वासुदेव ll
वह था लालची सत्ता का,
वह था लालची सत्ता का l
वासुदेव ll
घना देवकी से प्यार,
घना देवकी से प्यार l
वासुदेव ll
माह भाद्रपद खास,
माह भाद्रपद खास l
वासुदेव ll
कृष्ण अष्टमी की रात,
कृष्ण अष्टमी की रात l
वासुदेव ll
वह दिवस था बुधवार,
वह दिवस था बुधवार l
वासुदेव ll
वह था रोहिणी नक्षत्र,
वह था रोहिणी नक्षत्र l
वासुदेव ll
विवाह देवकी का किया,
विवाह देवकी का किया l
वासुदेव ll
कंस विदा कर रहा था,
कंस विदा कर रहा था l
वासुदेव
आठवाँ देवकी का लाल,
वह तुम्हारा बने काल l
वासुदेव ll
कंस ने सुनी ये बात,
कंस ने सुनी ये बात l
वासुदेव ll
जेल दोनों को ही डाल,
वासुदेव देवकी को डाल l
वासुदेव ll
जन्में जेल मध्य रात्रि,
जन्में जेल मध्य रात्रि l
वासुदेव ll
खुले जेल के थे द्वार,
खुले जेल के थे द्वार l
वासुदेव ll
खुली हथकड़ी औ बेड़ी,
खुली हथकड़ी औ बेड़ी l
वासुदेव ll
खोलीं आँखें नहीं अभी थीं,
खोलीं आँखें नहीं अभी थीं l
वासुदेव ll
सो गए थे पहरेदार,
सो गए थे पहरेदार l
वासुदेव ll
श्याम नन्द घर पठाए,
श्याम नन्द घर पठाए l
वासुदेव ll
सुता नन्द की ले आए,
सुता नन्द की ले आए l
वासुदेव ll
बंद हुए जेल के द्वार,
बंद हुए जेल के द्वार l
वासुदेव ll
रोया बालक तेज आवाज,
रोया बालक तेज आवाज l
वासुदेव ll
जागे सभी पहरेदार,
जागे सभी पहरेदार l
वासुदेव ll
कंस क्रोध में था लाल,
कंस क्रोध में था लाल l
वासुदेव ll
वह छीनी कंस ने सुता,
वह छीनी कंस ने सुता l
वासुदेव ll
कंस मारना चाहा था,
कंस मारना चाहा था l
वासुदेव ll
वह थीं भगवती अवतार,
वह थीं भगवती अवतार l
वासुदेव ll
बोलीं कंस को धिक्कार,
बोलीं कंस को धिक्कार l
वासुदेव ll
तेरा आ गया अब काल,
जन्म हो गया नन्दलाल l
वासुदेव ll
नन्द बाबा का ये ग्राम,
हो गया तीर्थों ये धाम l
वासुदेव ll
डॉ. बिश्वम्भर दयाल अवस्थी
शिक्षक एवं साहित्यकार
खुर्जा, बुलंदशहर (उ. प्र.)