पराक्रम दिवस के रुप में मनाई नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती,
पराक्रम दिवस के रुप में मनाई नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती,
नरसिंहपुर…यह देश सदैव उनका ऋणी है जिन्होंने राष्ट्र की अस्मिता और स्वाधीनता के लिये अपना सब कुछ दाव पर लगाया।नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का संघर्ष त्याग तपस्या और राष्ट्र समर्पण हमेशा हम सबको देशभक्ति का संदेश देता रहेगा।उक्ताशय के विचार ओज कवि अशोक त्रिपाठी ने पीडब्लूडी हनुमान मंदिर परिसर नरसिंहपुर में नेताजी के जंयती पर्व पर व्यक्त किये।उक्त अवसर पर कविवर त्रिपाठी ने अपने गरिमामय काव्यपाठ से सभी को भावविभोर यूं किया…जिस माटी में जन्म लिया है उसका क़र्ज़ चुकाऊंगा जब तक धड़कन सांसें हैं मैं गीत राष्ट्र के गाऊंगा।
नेताजी के चित्र के पूजन अर्चन अपराह्न कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।वरिष्ठ जन परिषद अध्यक्ष गणेश कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि हम सब उनके ऋणी हैं।नेताजी का भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अहम योगदान रहा है।डा.महेश त्रिपाठी ने बोस के जीवन वृत सहित उनके शौर्य पराक्रम को बखूबी उभारा। गुरुवर डी डी गोस्वामी ने कहा कि नेताजी महान क्रांतिकारी लोकप्रिय जननायक और सच्चे देशभक्त थे।
पं.यू एस उपाध्याय डा केदार गुप्ता अशोक वर्मा बी एस पटैल दिनेश श्रीवास्तव ने नेताजी के रोचक संस्मरण प्रस्तुत करते हुए उनकी देशभक्ति को नमन किया। पं.विजय शर्मा और सी बी शर्मा ने शानदार कविता पाठ किया। आयोजन में अरुण कुमार खरे बी एस साहू जे पी श्रीवास्तव आर के श्रीवास्तव बी एल नेमा रमेश मेहरा ने भी अपने अपने विचार रखते हुए पराक्रम दिवस मनाया। संचालन सी बी शर्मा ने तो आभार प्रदर्शन अरुण कुमार खरे ने किया।