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!! पौराणिक एवं भक्ति भाव से सराबोर रही कल्पकथा साप्ताहिक ऑनलाइन काव्यगोष्ठी!!

  1. !! पौराणिक एवं भक्ति भाव से सराबोर रही कल्पकथा साप्ताहिक ऑनलाइन काव्यगोष्ठी!!

कल्पकथा साहित्य संस्था के मीडिया प्रभारी आचार्य धीरज द्विवेदी “याज्ञिक” जी ने बताया कि दिनांक 05 जनवरी 2025 रविवार, को आयोजित साप्ताहिक ऑनलाइन काव्यगोष्ठी पौराणिक, धार्मिक, भक्ति प्रसंग, और भाव भरी काव्य रचनाओं से सराबोर रही।
काव्यगोष्ठी के पूर्व निर्धारित “पौराणिक एवं भक्ति प्रसंग” विषय के कार्यक्रम का शुभारंभ कल्पकथा संस्थापक दीदी श्रीमती राधा श्री शर्मा जी द्वारा, गुरु वंदना, गणेश वंदना, एवं सरस्वती वंदना से किया गया। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता जबलपुर (मप्र) के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ विजय तिवारी ” किसलय” जी द्वारा की गई। कार्यक्रम में हरियाणा, दिल्ली, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, उत्तराखण्ड, हिमाचल प्रदेश, बिहार, उड़ीसा, गुजरात, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, से जुड़ें विद्वान रचनाकारों ने काव्य पाठ किया।
कार्यक्रम का संचालन कल्पकथा संस्थापक पवनेश मिश्रा ने किया जबकि दर्शक दीर्घा में जुड़े साहित्य सुधि जनों ने कार्यक्रमों का आनंद उठाया।

कार्यक्रम में सहभागी रचनाकार अग्रलिखित हैं।
01) डॉ ऊषा पाण्डेय “शुभांगी” जी,
02) श्रीमती कविता नेमा जी,
03) श्री नंदकिशोर बहुखंडी जी,
04) सुश्री अर्चना आनंद जी
05) डॉ. पंकज कुमार बर्मन जी
06) डॉ. जया शर्मा ‘प्रियम्वदा’ जी,
07) श्री भास्कर सिंह ‘माणिक’ जी,
08) कुमारी चंदा देवी स्वर्णकार जी,
09) श्रीमती रेखा अनूप नेमा जी,
11) श्री पुष्पराज धीमान “भुलक्कड़” जी,
12) डॉ विजय तिवारी “किसलय” जी,
13) श्री आत्मप्रकाश कुमार जी,
14) श्री विष्णु शंकर मीणा जी,
15) श्री अंजनी कुमार चतुर्वेदी “श्रीकांत” जी,
16) श्रीमती राधा श्री शर्मा जी,
17) पवनेश मिश्रा,

उसके पश्चात कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. विजय तिवारी “किसलय” जी ने सारगर्भित संबोधन से आयोजन को बहुआयामी सफलता का आशीर्वाद दिया।
कार्यक्रम के अंत में कल्पकथा संस्थापिका दीदी श्रीमती राधा श्री शर्मा जी ने सभी सहभागी कलमकारों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए नियमानुसार “सर्वे भवन्तु सुखिनः” की भावना व्यक्त की तथा सभी का आभार व्यक्त कर किया गया।

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