ब्लॉक मिशन प्रबंधक डॉ. अभिषेक के लिखे निबंध उत्तर प्रदेश सरकार के विद्यालयों में पढ़ाया जा रहा।
ब्लॉक मिशन प्रबंधक डॉ. अभिषेक के लिखे निबंध उत्तर प्रदेश सरकार के विद्यालयों में पढ़ाया जा रहा।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत विकास खण्ड ठेकमा में कार्यरत ब्लॉक मिशन प्रबंधक डॉ. अभिषेक कुमार द्वारा लिखा गया निबंध “छात्र जीवन एवम् अनुशासन” उत्तर प्रदेश सरकार के कक्षा 10 वीं के नगीन प्रकाशन के हिन्दी के पाठ्य पुस्तक में लाखों विद्यार्थी को पढ़ाया जा रहा है। किसी लेखक की रचना नव समाज निर्माण के लिए काम आए इससे बड़ी उपलब्धि क्या हो सकती है। डॉ. अभिषेक एक संवेदनशील व्यक्तित्व के धनी हैं और ये सामाजिक सरोकार से संबंधित अपने पदीय दायित्व के उपरांत खाली बचे समय में लेखन का कार्य करते हैं और समाज हितकारी अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर अपना कलम चलाया है। इनकी अद्भुत, सटीक व ज्ञानवर्धक लेखनी पाठकों में अक्सर चर्चा का विषय बना रहता है। सामाजिक मनोवृति में बदलाव एवं साहित्यिक गतिविधियों को एक नया आयाम देने के वास्ते इनके द्वारा स्थापित दिव्य प्रेरक कहानियाँ मानवता अनुसंधान केंद्र एक नायाब नमूना है।
कलम के जादूगर, राष्ट्र लेखक व भारत साहित्य रत्न उपाधि से अलंकृत डॉ. अभिषेक कुमार अपने विभागीय कार्यों में भी अमिट छाप छोड़े हैं। स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों को नारी सशक्तिकरण, आर्थिक, सामाजिक एवं बौद्धिक विकास से जुड़ी उत्थान व क्रियाकलापों का एक लंबी लकीर खींचा है।
डॉ. अभिषेक ने बताया कि मैं अंतर्मन से भावविभोर हूं कि हमारी लेखनी विद्यार्थियों के मन मस्तिष्क को नियम अनुशासन के महत्व का बोध करा रहा और उनके व्यक्तित्व निर्माण में काम आ रहा है। जैसे कलम में स्याही है तभी कलम का महत्व है ठीक उसी प्रकार विद्यार्थियों में नियम व अनुशासन का होना उतना ही अत्यंत आवश्यक है क्योंकि अनुशासन से मर्यादा का निर्माण होता है। मर्यादा से संस्कार का निर्माण होता है और यह संस्कार ही उन्नति के मार्ग प्रशस्त करते हैं और ऐसे बच्चे राष्ट्र, समाज के लिए सदुपयोगी होंगे।