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अंतरराष्ट्रीय हिन्दी काव्य रत्न सम्मान से सम्मानित हुए डॉ. आलोक रंजन

अंतरराष्ट्रीय हिन्दी काव्य रत्न सम्मान से सम्मानित हुए डॉ. आलोक रंजन

झारखण्ड प्रदेश का नाम सम्पूर्ण विश्व में रौशन करने वाले अनेक राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय सम्मानों तथा उपाधियों से अलंकृत महान शिक्षाविद् एवं बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी तथा हिन्दी साहित्य के अनेक विधाओं में सृजन कर हिन्दी साहित्य जगत में परचम लहराने वाले साहित्यकार प्रो. डॉ. आलोक रंजन कुमार को नेपाल के लुंबिनी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऐतिहासिक महत्व की गौरवशाली हिंदी दिवस अंतरराष्ट्रीय कविता प्रतियोगिता कार्यक्रम में शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन नेपाल के अध्यक्ष आनंद गिरि मायालु व सचिव चरना कौर द्वारा “हिंदी काव्य रत्न” मानद उपाधि सम्मान से सम्मानित किया गया।
इस प्रतियोगिता में नेपाल, भारत, अमेरिका, कनाडा, माॅरीशस , त्रिनिदाद एंड टुबैगो तथा तंजानिया आदि देशों के 6742 महिला व पुरुष रचनाकारों की सहभागिता थी जिसमें 675 प्रतिभाओं का उत्कृष्ट कविता के आधार पर चयन कर सम्मानित किया गया है। प्रो. डॉ. आलोक रंजन कुमार भारत सहित विश्व के विभिन्न समाचार पत्र- पत्रिकाओं में लगातार लेखन कार्य कर रहे हैं। और शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। अब तक प्रो.डॉ. आलोक रंजन को शिक्षा एवं साहित्य के क्षेत्र में अनेक साहित्यिक पुरस्कारो से सम्मानित किया जा चुका है। इस वर्ष शिक्षक दिवस 2024 के अवसर पर अनेक शिक्षक सम्मान प्राप्त हुए हैं जिनमें अंतरराष्ट्रीय हंगामा लोक साहित्यिक सामाजिक संस्था द्वारा “शिक्षक रत्न सम्मान”, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संस्थान श्री राम साहित्य सेवा संस्थान अयोध्या उत्तर प्रदेश द्वारा “राष्ट्रीय उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान”, दिव्य ज्योति साहित्यिक संस्थान द्वारा “शिक्षक दिवस विशेष सम्मान पत्र” आदि तथा हिन्दी दिवस पर भी भारत सहित विश्व के अनेक संस्थाओं द्वारा अनेक सम्मान तथा उपाधियों से अलंकृत किया गया। इनकी साझा संकलन की चौदह काव्य पुस्तकें , दो मौलिक काव्य संग्रह तथा अनेक पत्र-पत्रिकाओं में गद्य और पद्य की रचनाएं प्रकाशित हो चुकी हैं। वर्तमान में डॉ आलोक रंजन कुमार ए के सिंह कॉलेज जपला पलामू में हिन्दी विभागाध्यक्ष के पद पर रहते हुए विद्यार्थियों को अध्यापन कार्य करके हिन्दी की सेवा कर रहे हैं साथ ही नैक समन्वयक एवं व्यक्तित्व विकास के समन्वयक के अतिरिक्त प्रभार में रहकर कालेज व विद्यार्थियों का सतत् विकास प्रगति कर रहे हैं।

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