भारतीय साहित्य एवं सांस्कृतिक मंच का पालघर जिला ऑनलाइन काव्य गोष्ठी हर्षोल्लास के साथ संपन्न
भारतीय साहित्य एवं सांस्कृतिक मंच का पालघर जिला ऑनलाइन काव्य गोष्ठी हर्षोल्लास के साथ संपन्न
17 मार्च 2024 को पालघर जिले के भारतीय साहित्य एवं सांस्कृतिक मंच की पहली ऑनलाइन काव्य गोष्ठी बड़े ही हर्षोल्लास के साथ आयोजित की गई। यह ऑनलाइन काव्य गोष्ठी पालघर जिले द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित “बलिदान की मूर्ति” ( त्यागाची मूर्ती ) विषय के तहत प्रतियोगिता के परिणामों की घोषणा करने के लिए आयोजित की गई थी। आयोजिका पालघर जिला अध्यक्ष आदरणीया यशस्वी पाटील जी ने गणेश पूजा के साथ इस कार्यक्रम की शुरुआत की। इस वजह से वहां पर एक अच्छा और खुशनुमा सा माहौल बन गया. उसके बाद सातारा जिला अध्यक्ष आदरणीया सुवर्णा पाटुकले जी ने अपनी मधुर आवाज में स्वागत गीत गाया और सभी गणमान्य व्यक्तियों, गणमान्य व्यक्तियों और आमंत्रित कवियों का सुंदर ढंग से स्वागत किया। सभी उपस्थित लोगों ने मंत्रमुग्ध होकर स्वागत गीत सुना और अनायास ही तालियाँ बजाईं।
पालघर ग्रुप की इस पहली ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का उत्कृष्ट संचालन मुंबई एवं कोंकण विभाग की क्षेत्रीय कार्यकारी अध्यक्ष माननीय वैशाली पड़वल मैडम यानी एंजेल वैशू जी ने किया। उन्होंने मुस्कुराते हुए सभी का स्वागत करते हुए इस कार्यक्रम की बेहतरीन शुरुआत की। हर एक कवि की काव्य प्रस्तुति के बाद उन्होंने बहुत अच्छी काव्यात्मक एवं प्रेरक प्रतिक्रिया दी, उन्होंने हर एक कवि/कवयित्री की सराहना की तथा उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं। जिस बात ने विशेष ध्यान आकर्षित किया वह यह थी की , उन्होंने केवल आमंत्रित कवियों की कविताएँ सुनने के बजाय, सभी को भारतीय साहित्य एवंम सांस्कृतिक मंच और पालघर समूह के बारे में अपने विचार व्यक्त करने का भी सुनहरा अवसर प्रदान किया। इसके चलते सभी कवियों/कवयित्रियों ने बड़े ही उत्साह से अपनी कविता प्रस्तुत की और मंच के प्रति अपनी भावनाएं भी दिल छू लेने वाले शब्दों में व्यक्त की।
“कविता के साथ मन की बात” इस पद्धति का प्रयोग पहली बार भारतीय साहित्य एवं सांस्कृतिक मंच के काव्य सम्मेलन की सूत्रसंचालिका वैशाली जी ने किया था। न केवल पालघर समूह बल्कि संगठन के अन्य जिला पदाधिकारियों को भी काव्य प्रस्तुत करने और उचित सम्मान देकर अपने विचार व्यक्त करने का सुनहरा अवसर वैशाली पड़वल (एंजेल वैशू) द्वारा सभी को प्रदान किया गया। इसी के चलते जब इस काव्य गोष्ठी की शुरुआत हुई तो पालघर से होते हुए भी यह पालघर समूह तक ही सीमित नहीं रही, मानो यह संपूर्ण भारतीय साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच की ऑनलाइन काव्य गोष्ठी हो।
कोंकण क्षेत्र के उपाध्यक्ष माननीय. सिद्धार्थ सुर्वे सर के बहारदार प्रेमकाव्य के साथ इस ऑनलाइन काव्य समारोह की खूबसूरत शुरुआत हुई। भारतीय साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच के राष्ट्रीय कोषाध्यक्षा आदरणीया छायाताई देसले ने भी शुरू से अंत तक अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और अपनी मधुर आवाज में , किसानों के जीवन और बारिश से जुड़ी, दिल को छू लेने वाली कविता प्रस्तुत कर , सभी को अभिभूत कर दिया।वह क्षेत्रीय कार्याध्यक्षा वैशाली पड़वल ( एंजल वैशू ) और क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सिद्धार्थ सुर्वे के कार्यों की सराहना करना भी नहीं भूलीं।
भाग लेने वाले सभी आमंत्रित कवि अर्थात मुंबई क्षेत्र के जिला अध्यक्ष और कोंकण क्षेत्र के उपाध्यक्ष आदरणीय सिद्धार्थ सुर्वे सर के साथ कवयित्री आदरणीया ऋचा पत्की, आदरणीया मालिनी सवदड़कर, आदरणीया सुवर्णाताई पाटुकले, आदरणीया ॲडव्होकेट सुलभा गोगरकर, आदरणीय कवि सुजीत कुपटे सर, मच्छिंद्र झुरांगे सर, ज्ञानदेव डिंघुले सर, जीतेन्द्र गोखले सर, नागेश बोंतेवाड सर, महादेव भोकरे सर, मोहन वाकचौरे सर इन सभी आमंत्रित कवियोंने सुंदर-सुंदर रचनाएँ प्रस्तुत कर रंगारंग काव्य गोष्ठी सजाई। पालघर ग्रुप के संबंध में क्षेत्रीय कार्यकारी अध्यक्षा आदरणीया वैशाली पड़वल यानि एंजल वैशू एवं पालघर जिला अध्यक्षा आदरणीया यशस्वी पाटिल जी के काम की सभी लोगों ने सराहना की. आमंत्रित कवि आदरणीय महादेव भोकरे जी ने सूत्रसंचालिका एवं क्षेत्रीय कार्यकारी अध्यक्ष वैशाली जी की समय सूचकता की भी विशेष सराहना की।
इस काव्य गोष्ठी मे मंच की पालघर जिला उपाध्यक्षा आदरणीया वाणी केरकलमट्टी जी, मुख्य समूह के साथ-साथ अहमदनगर और जलगांव प्रशासिका आदरणीया ॲडव्होकेट अक्षशिला शिंदे जी, नागपुर जिला अध्यक्षा आदरणीया संध्या लायस्कर जी, ठाणे जिला अध्यक्षा आदरणीया अंजुम शेख जी, सातारा जिला अध्यक्षा आदरणीया सुवर्णाताई पाटुकले जी ने अपनी कविता और मंच के ओर पालघर जिले के प्रति अपनी मन की बात को प्रस्तुत किया। उत्तर महाराष्ट्र प्रदेश उपाध्यक्ष आदरणीय सचिन राजपूत सर, रत्नागिरी जिला अध्यक्ष आदरणीय पांडुरंग आलीम सर, मुंबई क्षेत्र मंडल के जिला उपाध्यक्ष एवं अमरावती मंडल के क्षेत्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आदरणीय अविनाश ढ़ले सर ने भी अंत तक अपनी उपस्थिति दर्ज करायी.
इस खूबसूरत कार्यक्रम के अध्यक्ष बहु-पुरस्कार विजेता कवि, महान लेखक और संपादक आदरणीय वैभव धर्माधिकारी सर थे। उनका मंच की ओर पालघर जिले की ओर से वैशाली जी ने सम्मान किया । वैभव जी ने बहुत ही खूबसूरत अंदाज में उपस्थित कवियों को मार्गदर्शन किया और इसके साथ ही उन्होंने खूबसूरत गज़ल और कविता पेश कीं, जो सभी कवियों के दिल को छू गईं. उन्होंने सभी कवियों को बधाई देते हुए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पालघर समूह द्वारा आयोजित प्रतियोगिता के परिणामों की घोषणा की और विजेताओं को प्रेरक शब्दों के साथ बधाई भी दी।
कार्यक्रम के “मुख्य अतिथि” संस्था के “संस्थापक अध्यक्ष माननीय विशाल सिरसट सर ने भी सुंदर शब्दों में अपने विचार व्यक्त किये। इसमें उन्होंने पालघर जिला समूह के कार्यों की सराहना की और इस काव्य गोष्ठी में क्षेत्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आदरणीया वैशाली पड़वल ( एंजल वैशू ) के कार्य की सराहना करते हुए “कविता के साथ मन की बात” इस नयी संकल्पना की भी प्रशंसा की जो पालघर जिले में सबसे पहले वैशाली जी ने शुरू की थी। आगे विशाल जी ने आदरणीया ॲडव्होकेट अक्षशिला शिंदे और पालघर जिलाध्यक्षा आदरणीया यशस्वी पाटील जी के कार्य की भी सराहना की. प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मा. वैशाली पड़वल (एंजेल वैशु) की अब तक की सर्वश्रेष्ठ कृतियोंको याद करते हुए विशाल जी ने उपस्थित साहित्यकारों को यह आश्वासन देकर प्रोत्साहित किया कि वैशाली पड़वल मैडम पालघर समूह के लिए और भारतीय साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच के लिए और भी नवीन विचारों को क्रियान्वित करके कार्य करती रहेंगी।
इसके बाद काव्य गोष्ठी में मुंबई एवं कोंकण की क्षेत्रीय कार्यकारी अध्यक्षा वैशाली पड़वल यानि एंजल वैशू ने अपनी कविता “आरसा” को सबके सामने प्रस्तुत कर उपस्थित सभी की सराहना बटोरी। उन्होंने इस “कविता लेखन प्रतियोगिता” का अवलोकन करते हुए इसके बारे में अपने विचार भी व्यक्त किये और सभी कवियों का मार्गदर्शन किया। इस काव्य गोष्ठी की आयोजिका पालघर जिला अध्यक्ष आदरणीया यशस्वी पाटिल जी ने भी अपनी कविता का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए मंच के प्रति अपने विचारों को उजागर किया। यशस्वी जी के सभी उपस्थित साहित्यकारों को धन्यवाद देने के बाद क्षेत्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आदरणीया वैशाली पड़वल (एंजेल वैशू) जी ने भी सभी उपस्थित जनों को सुंदर शब्दों में धन्यवाद देकर इस सुंदर समारोह का समापन किया।
डेढ़ घंटे का यह काव्य महोत्सव तीन घंटे से अधिक समय तक चला। इस प्रकार भारतीय साहित्य एवं सांस्कृतिक मंच के पालघर समूह की यह पहली काव्य गोष्ठी अर्थात पूरे मंच की यह ऑनलाइन काव्य गोष्ठी बड़े ही हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुई।