फागुनी बयार बही सशक्त हस्ताक्षर की काव्य गोष्ठी में
फागुनी बयार बही सशक्त हस्ताक्षर की काव्य गोष्ठी में
जबलपुर – सशक्त हस्ताक्षर की 23 वीं कवि गोष्ठी सानंद श्री जानकी रमण महाविद्यालय में सम्पन्न हुई। संस्थापक गणेश श्रीवास्तव प्यासा ने अपने शब्दों से सभी अतिथियों , माँ सरस्वती के पुत्र-पुत्रियों कविगणों का हार्दिक अभिनंदन किया। मुख्य अतिथि श्रीमती आनंद ज्योति पाठक पूर्व सशक्तीकरण अधिकारी, अध्यक्षता महामहोपाध्याय आचार्य र्डॉ. हरिशंकर दुबे, विशिष्ट अतिथि राजेन्द्र मिश्रा, डॉ. अभिजात कृष्ण त्रिपाठी प्राचार्य, कविवर केशरी प्रसाद पाण्डेय, सारस्वत अतिथि मंच मणि राजेश पाठक प्रवीण , मंगल भाव शिक्षाविद रत्ना श्रीवास्तव की गरिमा मय उपस्थिति रही।
इस अवसर पर सशक्त हस्ताक्षर द्वारा श्रीमती आनंद ज्योति पाठक, गोष्ठी में अनवरत अपनी उपस्थिति एवं सहयोग प्रदाता कविवर केशरी प्रसाद पाण्डेय वृहद को मानपत्र,शाल, श्रीफल ने समादरित किया गया।
सरस्वती वंदना आकाशवाणी कलाकार लखन रजक ने की। गोष्ठी का आगाज कालीदास ताम्रकार काली ने बसंत के ऊपर भाव भरी कविता से किया। संस्कारधानी के प्रसिद्ध गीतकार शिक्षाविद् अभय तिवारी ने शानदार गीत प्रस्तुत किया। भेड़ाघाट से पधारे कुंजीलाल चक्रवर्ती निर्झर , राजेन्द्र मिश्रा, संदीप खरे युवराज, ढीमर खेड़ा से पधारे बालमुकुन्द्र लखेरा , केशरी प्रसाद पाण्डेय , लखन रजक ने समाँ बाँध दिया। सलाहकार कवि संगम त्रिपाठी,इन्द्राना से आये प्रकाश सिंह ठाकुर ने वातावरण बासंती बना दिया। इन्द्राना से ही पधारे शिक्षाविद् इन्द्र सिंह राजपूत ने स्वच्छता पर सस्वर गीत प्रस्तुत कर वातावरण स्वच्छता मय बना दिया। आकाशवाणी, दूरदर्शन कलाकार दीनदयाल तिवारी बेताल, अमर सिंह वर्मा, जयप्रकाश श्रीवास्तव, पनागर से उपस्थित वैशाली वर्मा, आरती पटेल, निर्मला तिवारी ने अपनी प्रभाव पूर्ण प्रस्तुती से सभी का अंतःकरण छू लिया। समाजसेवक गोपालकृष्ण श्रीवास्तव,उदय भास्कर अम्बष्ठ, सुशील श्रीवास्तव ने शानदार गीत प्रस्तुत किया ၊ महासचिव जी. एल. जैन ने तीक्ष्ण व्यंग्यबाण छोड़े ၊ निरंजन द्विवेदी वत्स, अम्बर जी,सह सचिव तरूणा खरे ने तरुन्नम में बासंती रंग में रंगे सुंदर दोहे प्रस्तुत किये। कोकिल कण्ठा शिक्षाविद् कृष्णा राजपूत, प्रभा बच्चन श्रीवास्तव की प्रस्तुतियों ने सभी को प्रभावित किया। शशि खरे, डॉ. विनोद श्रीवास्तव, रत्ना श्रीवास्तव की गरिमामय उपस्थिति उल्लेखनीय रही ၊ संचालन गणेश श्रीवास्तव प्यासा, डॉ. मुकुल तिवारी एवं आभार प्रदर्शन गुलजारी लाल जैन ने किया।