तू हार मत ,प्रतिकार कर
तू हार मत ,प्रतिकार कर
जिंदगी जीने का है नाम
तू हर मत मान ए इंसान!
तू कभी जिंदगी से थक कर
हर मत
हमेशा प्रतिकार कर
तू रख अपने हौसला को बुलंद
सच्चाई के रास्ते पर
तुझे चलना है हमेशा आसमां तक
लाख बढ़ाएं आएंगी मगर
तू बाधाओं का प्रतिकार कर
चींटी से ले तू सीख
ऊपर चढ़ती फिर फिसलती
अपनी मंजिल को आखिरकार है पा लेती
तू भी प्रयत्न कर
निश्चित लक्ष्य को, तू जरूर हासिल कर लेगा
तू कभी हार मत एक दिन कामयाबी जरूर मिलेगी
कोशिश करके देख सफलता मिले या
असफलता
जिंदगी में आगे बढ़ते रहने की हिम्मत
रखो
चाहे लाख आए आंधी और तूफान
फिर भी नाव लहरों से नहीं डरा करती
कोशिश हमेशा बरकरार रखो
जो मन नहीं चाहता उसका प्रतिकार करो
सफलता पाने के लिए तो होड़ लगी है
अपने लक्ष्य पर अडिग रहो
बस थोड़े वक्त का इंतजार करो
सफलता आपके कदमों को जरूर चूमेगी
किसी के बेमतलब का हस्तक्षेप स्वीकार मत करो
बेशक ,प्रतिकार करो
तभी जिंदगी जीने का मजा ले सकते हो
सफलता पाने के लिए तो होड़ लगी है
अपने लक्ष्य से कभी विचलित नहीं होना
अगर आप स्वयं हार नहीं मानेंगे तो
यकीनन आपको इस दुनियां की कोई ताकत आपको हरा नहीं सकता है
जब हम सही रास्ते पर चलते हैं तो
हमें अपनी मंजिल बिल्कुल करीब नज़र आती है
डॉ मीना कुमारी परिहार