मां ममतामई मां
मां ममतामई मां
मां ममत्व की, मूरत है।
मां भगवान की ,सूरत हैं।
मां दरकार हैं, स्नेह, प्रीति, प्यार है।
मां हवा है, मां पानी है।
मां बचपन हैं, मां जवानी है, मां अस्तित्व की कहानी हैं।
मां जीवन में ,उजाला हैं ।
मां गिरते को , संभाला है।
मां अपनापन दर्शाती हैं।
मां हर दुख में साथ निभाती हैं।
मां शीतलता की,गागर हैं।
मां प्रीति का, सागर हैं।
मां त्याग की, मिशाल है।
मां का यश ,विशाल है ।
मां सच्ची हैं ,निज लाल के लिए, कच्ची हैं।
मां हर दुख ,सह जाती है।
मां सन्मार्ग दर्शाती है।
मां संस्कार हैं,मां उपकार है।
मां वैभव हैं, मां खजाना है।
मां के चरणों में,झुकता जमाना हैं।
मां से ,जीवन शुरू हैं।
मां गुरुओं की, गुरु हैं।
मां सृष्टि, कर्ता हैं।
मां ही, भर्ता है।
मां ज्ञानरुपी ,ज्योति हैं।
मां हीरा ,मां मोती हैं।
मां अस्मिता हैं,मां निष्ठा है, मां त्रान हैं।
मां प्रतिष्ठा हैं,मां अभिमान हैं।
मां सद्भावना, की खान हैं।
मां के समक्ष,नतमस्तक भगवान हैं।
*डॉ रामचन्द्र स्वामी अध्यापक बीकानेर राजस्थान*
94145103329