विश्व बाल पुस्तक दिवस पर विचार गोष्ठी का आयोजन
विश्व बाल पुस्तक दिवस पर विचार गोष्ठी का आयोजन
औरंगाबाद 2/4/24 – जिला मुख्यालय औरंगाबाद के सत्येंद्र नगर मुहल्ले में अवकाश प्राप्त प्रोफेसर डॉ सिद्धेश्वर प्रसाद सिंह के आवास पर जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन औरंगाबाद के तथावधान में विश्व बाल पुस्तक दिवस के अवसर पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया ।बाल पुस्तकों से बच्चों की बढ़ती दूरी विषयक विचार गोष्ठी की अध्यक्षता शिव शिष्य पुरुषोत्तम पाठक ने किया। मुख्य अतिथि के रूप में समकालीन जवाबदेही पत्रिका के प्रधान संपादक डॉ सुरेंद्र प्रसाद मिश्रा की गरिमामई उपस्थिति रही।संबोधन के क्रम में उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि आज पूरे विश्व में बाल साहित्य से बच्चों की दूरी बढ़ती ही जा रही है। बच्चे मोबाइल से ज्यादा नजदीकियां बढ़ा रहें हैं।यह चिंता का विषय है। ऐसी स्थिति में आज बाल साहित्य को बढ़ावा मिलनी चाहिए। अगर बच्चों के सुरुचि पूर्ण उनके मन में मनोरंजन के अनुकुल साहित्य लिखे जाएं तो बाल साहित्य को वह बढ़ावा मिल सकता है। बाल साहित्य में कार्टून का महत्वपूर्ण स्थान है।अगर कार्टून को केंद्रीभूत करके बच्चों में संस्कार परक साहित्य से संबंधित यदि कार्टून साहित्य को बढ़ावा दिया जाए तो बच्चों से मोबाइल छूट सकता है और वे बाल साहित्य से जुड़ सकते हैं। संगोष्ठी के मौके पर जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन के उपाध्यक्ष सुरेश विद्यार्थी, अवकाश प्राप्त दारोगा सिंहेश सिंह,सौम्या कालिंदी, अथर्व आलोक सहित अन्य उपस्थित थे।