विनय हमारी
विनय हमारी
जय शिव शंकर जय त्रिपुरारी
सुन लीजो प्रभु विनय हमारी
औघड़ दानी घट- घट वासी
मेटो तन की सभी उदासी
लीलाधर प्रभु लीला न्यारी
जय शिव शंकर जय त्रिपुरारी
सुन लीजो प्रभु विनय हमारी
राम नाम तन भस्म रमाए
गले सर्प की माल सुहाए
कर त्रिशूल है प्रलयंकारी
जय शिव शंकर जय त्रिपुरारी
सुन लीजो प्रभु विनय हमारी
नंदी जी की करें सवारी
संग विराजें गौरा प्यारी
त्रिपुरासुर के प्रभु संहारी
जय शिव शंकर जय त्रिपुरारी
सुन लीजो प्रभु विनय हमारी
राम नाम धुन रटते रहते
पूजा जप- तप करते रहते
राम नाम पर दुनिया वारी
जय शिव शंकर जय त्रिपुरारी
सुन लीजो प्रभु विनय हमारी
पिता पुत्र का अपना नाता
सकल जग के भाग्यविधाता
शरण में लो भोले भण्डारी
जय शिव शंकर जय त्रिपुरारी
सुन लीजो प्रभु विनय हमारी
दीनदयाल कृपा के सागर
भर दो प्रभु जी खाली गागर
आया दर पर “राम तिवारी”
जय शिव शंकर जय त्रिपुरारी
सुन लीजो प्रभु विनय हमारी
राम जी तिवारी “राम”
उन्नाव (उत्तर प्रदेश)