मेला रूहा दा संस्थान द्वारा पंजाब की विरासत गिद्दे, भांगड़े की याद दिलवा गया बठिंडा में हुआ पंजाबी विरासत साहित्यक मेला।
मां बोली से जुड़ने, पंजाब की विरासत गिद्दे, भांगड़े की याद दिलवा गया बठिंडा में हुआ पंजाबी विरासत साहित्यक मेला।
पंजाबी मां बोली विरासत और पुरातन सभ्याचार को जोड़ने के लिए जानी जाती “मेला रूहां दा” अंतरराष्ट्रीय साहित्यक परिवार मंच की संस्थापिका मनप्रीत कौर संधू (मुंबई) जी और उनकी सारी टीम ने पंजाबी मां बोली को घर घर पहुंचने संकल्प किया है, अब उनका यह काफ़िला दिन ब दिन मंज़िल की ओर बढ़ रहा है।
पटियाला, श्री मुक्तसर साहिब, श्री गंगानगर, फरीदकोट में सफ़ल साहित्यक कार्यक्रमों की इस लड़ी को आगे जोड़ते और बढ़ाते हुए।
अब उन्होंने बठिंडा के टीचर होम में सफ़ल साहित्यक कार्यक्रम आयोजित किया जिस में कैनेडा और राजस्थान से पंजाबी मां बोली को प्यार करने वाली महान सख्शियतों ने झूम कर हिस्सा लिया। सुबह जल्द ही शुरू हुआ यह साहित्यक कार्यक्रम शाम के 5:00 बजे तक संपन्न हुआ जाहो जलाल बिखेरता हुआ। इस कार्यक्रम में पुरातन पंजाब के विरसे की हर झलक देखने और सुनने को मिली।
बहुत सारे यू ट्यूब चैनल्स, रत्न टी सीपी, आपनी खुशी प्रेस, फास्टवे और डीडी एस वाले दोस्तों ने इसका लाइव टेलीकास्ट किया। गीत, गजलें, दोहे, सिट्ठनियाँ, रूबाईयां, मिनी कहानियां और हंसी से पेट दर्द करवाने वाली ड्रामा कार्यक्रमों ने कार्यक्रम के अंत तक इस कार्यक्रम को दिलचस्प बनाए रखा।
इस कार्यक्रम में परधानगी मंडल की ओर से पांच नए आने वाले गीतों के पोस्टर और गुरबाज़ गिल के जस्ट पंजाबी अखबार का वार्षिक कैलेंडर भी मेला रूहां दा राष्ट्रीय परिवार को भेंट किया गया
साहित्यक परिवार के समागम में सब का दिल खोल कर स्वागत किया गया।
जारी किए परधानगी मंडल में ऊचेचे तौर पर कैनेडा से आए गुरबक्श कर मेहरबान, अमृतपाल कर कलेर, दीप लुधियानवी, मान सिंह सुथार, सुमन शर्मा, सुखवीर कौर सरा, मैडम सस्सी सिक्का और मनप्रीत संधू जी के साथ हरजिंदर कर सुशोभित थे।
इस कार्यक्रम में खास कर पंजाबी मां बोली और सभ्याचार के काफिले को और परफुल्लित करने के लिए इकबाल सिंह सहोता जी को हनुमानगढ़ का चेयरमैन, गुरदीप सिंह दानी जी को पंजाब का चेयरमैन और विरसे के लेखक जसवीर सिंह दद्दारूह जी को संस्था का प्रेस सक्कतर बना कर सब को सम्मानित किया गया।
आए हुए सभी रचनाकारों ने अपनी रचनाएं सुना माहौल को खुशनुमा बनाए रखा और संस्था ने सब को सम्मान पत्र और ट्रॉफी के साथ सब का सम्मान किया। काफी देर तक चले इस कार्यक्रम में मनप्रीत संधू जी ने सब को “जी आया नू” कहा, और आगे से सब के सहयोग के साथ और अच्छे से कार्यक्रम करने का हुंगारा भरा
लंगर की सेवा सरदार जगराज सिंह प्रधान गुरुद्वारा मति दास बठिंडा की ओर से निभाई गई, उनका संस्था की ओर से खास शुक्राना किया गया और उन्हें सम्मानित भी किया गया।
स्टेज को मनप्रीत संधू और गुरभय सिंह जी ने मिलकर बहुत अच्छे से संभाला। यह कार्यक्रम अपनी अमूल्य यादें बिखेरता हुआ स्मामत हुआ। यह जानकारी प्रेस के साथ… इस संस्था के प्रेस सक्कतर जसवीर सिंह दद्दारूह जी ने सांझी की।