भागवत भक्ति ज्ञान और वैराग्य का समुच्चय-हिमान्शु महाराज
भागवत भक्ति ज्ञान और वैराग्य का समुच्चय-हिमान्शु महाराज
लोरमी-संकटमोचन हनुमान मंदिर गान्धीडीह लोरमी मे महिला समिति द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के द्वितीय दिवस कथावाचक व्यास डाक्टर सत्यनारायण तिवारी हिमान्शु महाराज ने श्रीमद्भागवत को भवरोग की दवा,तथा भक्ति ज्ञान और वैराग्य का समुच्चय बतलाया। उन्होने सती और शिव चरित्र पर प्रकाश डालते हुए पति-पत्नि, परिवार और समाज के बीच सदैव झूठ से बचने और सत्य बोलने का आग्रह किया।भगवान शिव मे पीले कनेर फूल चढाने तथा निरंतर घी का दीपक जलाने से मनोवांछित फल प्राप्ति होने की बाते भी डाक्टर तिवारी ने कही।उन्होने ध्रुव चरित्र, पृथु चरित्र, तथा जडभरत चरित्र पर विस्तृत प्रकाश डालते साधक को किसी भी परिस्थिति मे विचलित नही होने, अपने लक्ष्य की प्राप्ति तक एकाग्रचित होकर लगे रहने का आह्वान भी किया।उन्होने विद्यार्थियो से परीक्षा से बिल्कुल नही घबराने तथा आत्महत्या जैसे अनैतिक कदमे सतत बचने का आग्रह किया।उक्त अवसर पर आचार्य पंडित कृष्ण कुमार तिवारी, पारायण कर्ता पंडित नीरज तिवारी, बलराज राजपूत, मुकुल तिवारी राजेन्द्र प्यासी,राघवेन्द्र सोनी,रामजी संतोष निषाद एवम श्रीमती रोशनी राजेन्द्र तिवारी सहित महिला समिति के समस्त सदस्य उपस्थित थे।