श्री अशोक कुमार बाजपेयी कानपुर साहित्य जगत के एक ऐसे नक्षत्र हैं जिनकी कलम का प्रवाह सामयिक विषयों पर हमेशा गतिशील रहता है।
श्री अशोक कुमार बाजपेयी कानपुर साहित्य जगत के एक ऐसे नक्षत्र हैं जिनकी कलम का प्रवाह सामयिक विषयों पर हमेशा गतिशील रहता है।
विगत माह उन्होंने बच्चों के लिए चंद्र यान 3 पर “सुनो सुनो इसरो सुनो “नाम की एक अपनी पुस्तक प्रकाशित की। यह उनकी दसवीं पुस्तक है।
बाजपेयी जी की विशेषता है, पुस्तक के विषय के अनुसार उनकी भाषा शैली में भी परिवर्तन होता रहता है।
बच्चो के लिए लिखते हुये वह उन्ही शब्दावली का प्रयोग करते हैं जो बच्चे सरलता से समझ सकें।
प्रस्तुत पुस्तक मे चंद्र यान 3 की पूरी कहानी कविता में लिखी है।
मुझे विश्वाश है बच्चों के अतिरिक्त इसरो के वैज्ञानिक भी इसको पढ़कर आनंदित होंगे।
यायवा गोपाल खन्ना