सनातन धर्म सार्वभौमिक, सार्वकालिक व समसामयिक-हिमान्शु महाराज
सनातन धर्म सार्वभौमिक, सार्वकालिक व समसामयिक-हिमान्शु महाराज
रतनपुर-देवीभागवत की उत्पत्ति वट पत्र पर विराजित श्री लड्डुगोपाल को भगवती आदिशक्ति द्वारा कहे गए आधे श्लोक “सर्वं खल्विदमेवाहम नान्यदस्ति सनातनम “अर्थात सब मे मै हू, मै ही सनातन हू”की मूलधार से हुई।इसमे वर्णित तीन सौ अठारह अध्याय जगत मे जगदम्बा की महिमा का गुणगान करते हुए भक्तजनो के लिए प्रेरणादायी,अनुकरणीय, आदरणीय व अनुसरणीय है।शक्तिपीठ हमे अपनी शक्ति को मानव सेवा प्राणीमात्र के कल्याण मे तन मन और धन लगाने का संदेश देते है।माता सनातनी है।आदिशक्ति से उत्पन्न सनातन धर्म सार्वभौमिक सार्वकालिक व समसामयिक है।इसमे करूणा, दया, ममता, समता क्षमा समाहित है।प्रेम से ओतप्रोत है।बेटी बचाओ के प्रवर्तक सृष्टि के आदि पुरूष मनु जी है जिन्हो दो पुत्र प्रियव्रत और उत्तानपाद तथा तीन पुत्री आकुति देवहुति औ प्रसुति के पिता बनकर पूरे समाज को बेटियो के प्रति सम्मान और समर्पण का संदेश दिया।उक्त विचार सिद्ध शक्तिपीठ मा महामाया मंदिर रतनपुर मे देवीभागवत प्रवचन के दौरान कथावाचक श्रद्धेय पण्डित डाक्टर सत्यनारायण तिवारी हिमान्शु महाराज ने व्यक्त किए। उन्होने देवी के बीज मंत्रो क्रमशः ऐ वाग्बीज, ह्रीं मायाबीज और क्लीम काम बीज मे से ऐम वाग्बीज की चर्चा करते हुए नारद के उपदेश व्यासनारायण को शुकदेव की प्राप्ति, देवीभागवत की रचना, शुकदेव जनक सत्संग, पाण्डव उत्पत्ति, व्यासनारायण जन्म,सत्यव्रत की कथा, मधु कैटभ का वध, सृष्टिसंचालन हेतु मणिद्वीप निवासिनी भगवती द्वारा विष्णु को महा लक्ष्मी ब्रम्हा को महासरस्वती तथा शिव महाकाली शक्ति प्रदान करने की कथा पर विस्तृत प्रकाश डाला।डाक्टर तिवारी एक षड्यंत्र के तहत चारो ओर से तथाकथित लोगो द्वारा सनातन धर्म पर किए जा रहे प्रहार से सावधान और सजग रहने का आह्वान किया।उन्होने चतुर्युगी महामाया मंदिर के कारीडोर निर्माण पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इस कार्य को भारतीय सनातन संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन मे उठाया गया महत्वपूर्ण कदम बतलाया। डाक्टर तिवारी ने कहा कि सनातन धर्म लोगो को जोड़ने पर विश्वास करता है।आज परिवार को जोड़कर रखना कठिन हो गया है।आज के बच्चे मा के कोख मे नौ महीने व्यतीत कर सकते है लेकिन एक घर परिवार मे नही यह बहुत ही चिन्ता का विषय है।डाक्टर तिवारी नवरात्र को शक्ति संचय का महान पर्व बतलाते हुए नौ की संख्या की महिमा पर विस्तृत प्रकाश डाला। उक्त अवसर पर यजमान हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश श्री राधेश्याम शर्मा श्रीमती शकुन्तला शर्मा ट्रस्ट के अध्यक्ष आशीष सिंह ठाकुर उपाध्यक्ष द्वय सतीश शर्मा,मोतीचन्द जायसवाल, मैनेजिंग ट्रस्टी अरूण शर्मा कोषाध्यक्ष रितेश जुनेजा सहसचिव मनोहर चंदेल, ट्रस्टी मनराखन जायसवाल, बृजमोहन अग्रवाल, सुनील सोन्थलिया, शरद दुबे,शक्तिसिह ठाकुर संतोष शुक्ला, बजरंग लोहिया धर्मेंद्र चंदेल, राजकुमार खुशलानी, विनोद गोरख,शैलेन्द्र जायसवाल, चेतनधर दीवान,अनिल खण्डेलवाल, गोपाल प्रसाद पाण्डेय, व कपिलदेव पाण्डेय सभी कार्यक्रम को सफल बनाने मे पूरी तरीके से जूटे हुए है।
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सनातन धर्म के प्रति अपनी आस्था और देवी भगवती के व्याख्यान तथा देवी भागवत पर विशेष चर्चा करने वाले डॉक्टर सत्यनारायण तिवारी हिमांशु जी साधुवाद के पात्र हैं। उन्हें बारंबार प्रणाम है ! क्योंकि आपने सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार में अपनी महत्ती भूमिका अदा की है, साथ ही रतनपुर में आयोजित इस कार्यक्रम के आयोजनकर्त्ताओं को हार्दिक आभार ! जय श्री राम! जय मां भगवती!
डॉ.आलोक रंजन कुमार, पलामू , झारखंड। मो नं. 9304468501