अयोध्या राम आयेंगे
अयोध्यावासी
राम आयेंगे
बजेंगे ढोल नगाड़े।
मंगल शुभ घड़ी बेला में ।
धरती झूमे अंबर चूमे ।
पावन होगा जीवन सारा ।
पुलकित होगी वसुंधरा ।
सरयू का भाग्य जगा ।
रामराज्य फिरसे जगमगायेगा
राम आयेंगे ।।
मृगतृष्णा की आस छूटेगी
मन की तृष्णा मिटेगी
नयनों की प्यास बुझेगी
बरसों की आस पुरी होगी
राम आयेंगे
हे मानवता के रक्षक
हे युगपुरुष
हे मर्यादा पुरुषोत्तम
हे कौशल्या के राम
ओ शबरी के चारोंधाम
केवट के भाग्यविधाता
हे राम तुम्हें मानव पुकारता
राम आयेंगे
धरती का तर्पण करने
भ्रष्टाचार को जलाने
ऊंच नीच की दुरियां मिटाने
धरती को स्वर्ग बनानें
राम आयेंगे
मानवता को नया संदेश देने
भूतल पर मानवतावाद का
परचम लहराने
पर्यावरण मुक्त अभियान चलाने
कृषि का समतोल बिठाने
राम आयेंगे
भ्रष्टाचारी रावण जलेगा
मंहगाई का दूशाषण भागेगा
अब न होगा सिता हरण
अब न होगा द्रौपदी का चीरहरण
राम आयेंगे
डॉ . पुष्पा गोविंदराव गायकवाड
वै.धुंडा महाराज देगलूरकर महाविद्यालय देगलूर जिला नांदेड़