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खण्ड विकास अधिकारी ने शहद उत्पादक समूह के महिलाओं को प्रोत्साहित किया।

खण्ड विकास अधिकारी ने शहद उत्पादक समूह के महिलाओं को प्रोत्साहित किया।

आजमगढ़ के विकास खण्ड ठेकमा में ख्यातिलब्ध साहित्यकार सह ऊर्जावान ब्लॉक मिशन प्रबंधक डॉ अभिषेक कुमार के विशेष प्रयास से सरायमोहन ग्राम में संचालित हो रहे शहद उत्पादक समूह को खण्ड विकास अधिकारी आलोक कुमार सिंह, सहायक विकास अधिकारी-ISB देवेंद्र सिंह एवं सहायक कार्यक्रम अधिकारी (मनरेगा) महिपाल सिंह ने मौके पर जा कर अवलोकन किया।
अपने विकास क्षेत्र में वंचित, गरीब, पिछड़े समुदाय के समूह दीदियों द्वारा रोजगार परक किए जा रहे प्रयासों को बीडीओ ने हर्ष जताया और समूह दीदियों को प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा कि शहद उत्पादन के क्षेत्र में और भी जो सरकारी योजनाएं, सहयोग और प्रोत्साहन है वह आप सभी को मुहैया कराया जाएगा। विपणन और ब्रांडिंग हेतु एक व्यापक रूप रेखा बनाई जाएगी।
मालूम हो कि इस ग्राम में उत्पादक समूह द्वारा आठ मधुमक्खियों के बॉक्स लगाए गए हैं जिसकी एक बॉक्स की लागत पांच हजार रुपए होती है। पूरे सीजन में एक बॉक्स से करीबन 30 से 40 किलो शहद निकलता है जो स्थानीय बाजार में बड़े आराम से 500 रुपए किलो तक बिक जाता है। इस प्रकार एक बॉक्स से औसतन 15 हजार से 20 हजार रुपए तक यानी लागत से तिहाई, चौथाई कमाई हो जाती है।

ज्ञात हो कि वंचित, पिछड़े स्वयं सहायता समूह के महिलाओं के लिए आर्थिक सामाजिक और बौद्धिक दृष्टिकोण से नवाचार कार्य का नमूना पेश करते हुए समाज के मुख्य धारा से जोड़ने वाले ब्लॉक मिशन प्रबंधक डॉ अभिषेक कुमार ने अपने स्वैच्छिक प्रयास से पिछले वर्ष विशेष रुचि लेते हुए समूह के 35 महिला सदस्यों को यूनियन बैंक RSETI के माध्यम से मधुमक्खी पालन विषय पर निःशुल्क 10 दिवसीय प्रशिक्षण करवाया था जिसका परिणाम है कि आज यहां क्विंटलो में शहद का उत्पादन हो रहा है और समूह की दीदियां स्वरोजगार से स्वालंबन, समृद्ध तथा आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही है। मौके पर आए सभी अधिकारियों को शुद्ध शहद और प्राकृतिक कृषि पद्धति से उत्पन्न जैविक सब्जी व अनाज सप्रेम भेंट किया गया।

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