कदम बढ़ाए विश्व शांति को
कदम बढ़ाए विश्व शांति को
मित्रों आज के भयावह स्थिति को देखकर तो यही लगता है कि सारा विश्व विनाश की ओर जा रहा है । दुनिया के परमाणु बम जैसे विनाशक हथियारों से युक्त देश के बीच तृतीय विश्व युद्ध जैसी स्थितियां बन रही है । रूस- यूक्रेन, इजराइल – हमास , हिजबुल्लाह ईरान आदि का जंग थमने का नाम नहीं ले रहा ।
प्रकृति प्रतिफल अपना रौद्र रूप दिखा रही है जिन देशों में देखो वहीं राजनीतिक धार्मिक विवादों के बीच गृह युद्ध से जैसा माहौल बना हुआ है । समस्त विश्व जगत को शांति संदेश देने में समर्थ हिंदुत्व और सनातन धर्म की रक्षा हित की बात करें तो पाकिस्तान, बांग्लादेश जैसे राष्ट्रों में हिंदुओं हुआ सनातन के प्रति हो रहे अत्याचार को देखकर लगता है कि सनातन धर्म को दबा दिया जाएगा ।
आज समस्त संसार में स्वार्थ , हिंसा, यह मेरा वह तेरा जैसे दुर्भावनाओं से युक्त विचार स्व विनाश करने को तुला हुआ है । हम थोड़ा गहराई की ओर जाएं तो देखते हैं कि सभी देश अपने को एक से बढ़कर एक शक्तिशाली वह महान साबित करने की होड़ में लगे हुए हैं ।
क्या ये सब आपस में लड़ मरकर मिट जाएंगे ? क्या इस धरा में मनुष्य का अस्तित्व ही नहीं रहेगा ? ऐसे ही अनेकानेक प्रश्नों से आज जनमानस सहमे हुए और परेशान हैं ।
वर्तमान में समस्त विश्व की निगाहें हमारा देश भारतवर्ष पर ही टिका हुआ है, सभी को आशा है कि हिंदुस्तान शांति दूत बनकर आएगा और इन विनाश ने लीला से उन्हें बचाएगा किंतु जरा सोचें क्या उलझे हुए व्यक्ति,बिखरे हुए परिवार व समाज दूसरों को सही रहा दिखा पाएंगे ?
मित्रों हमें अपने राष्ट्र को अगर जगतगुरु बनाना है तो पहले हमें एक होना पड़ेगा । समस्त सनातनी को अपने विचारों में उत्कृष्टता , एकरुपता लाकर स्वयं को उत्कृष्ट व योग्य बनाना होगा । हम सबको विचार, भाषा ,रहन-सहन आदि में एकरूपता लाना अति आवश्यक है ।हमें आपस में मतभेदों को बुलाकर संगठित होकर काम करना होगा ।
आज पूरी धरती पर मात्र एक ही राष्ट्र है हिंदुस्तान, जो सर्वश्रेष्ठ धर्म सनातन की रक्षा कर सकता है जहां पर हिंदुओं व हिंदुत्व की सम्मान की आशा हम कर सकते हैं ।अगर यह भी मिट गया तो समझो इस धरा पर मानवता की कल्पना भी समाप्त हो जाएगी ।
आओ हम मिलकर चिंतन करें अपने राष्ट्र की गौरव गरिमा को बनाए रखने तथा स्व- अस्तित्व को बचाने जैसी बातों पर ध्यान दें । हम अपने प्रधान सेवक जो राष्ट्रीय हित के काम कर रहे हैं उन्हें यह विश्वास दिलाएं कि:- “हम एक रहेंगे नेक रहेंगे ।” ना कभी बटेंगे ना बिखरेंगे । आप विश्व नेतृत्व की ओर बढ़ें हम आपके साथ हैं ।
।। जय हिंद जय भारत ।।
बसंत कुमार ‘ ऋतुराज’
अभनपुर