हिंदी सबसे प्यारी है
हिंदी सबसे प्यारी है
संस्कृत माता भाग्य विधाता,
इसकी शोभा न्यारी है l
हिंदी सबसे प्यारी है ll
हिंदी नहीं बिचारी भाषा,
हिंदी जग कल्याणी है l
हिंदी सबसे प्यारी है ll
हिंदी जन की मातृभाषा,
हिंदी कवियों की वाणी है l
हिंदी सबसे प्यारी है ll
हिंदी भारत की राजभाषा,
राजनेताओं ने नहीं पहचानी है l
हिंदी सबसे प्यारी है ll
हिंदी भारत माता की बिंदी,
हिंदी सौभाग्य निशानी है l
हिंदी सबसे प्यारी है ll
हिंदी है जन -जन की भाषा,
हिंदी जग से न्यारी है l
हिंदी सबसे प्यारी है ll
हिंदी है शुद्ध सरल भाषा,
इसको बोलना न भारी है l
हिंदी सबसे प्यारी है ll
हिंदी है वैज्ञानिक भाषा,
देवनागरी लिपि वारी है l
हिंदी सबसे प्यारी है ll
जो उच्चारण लिखें वही,
ऐसी हिंदी भाषा हमारी है l
हिंदी सबसे प्यारी है ll
सतहत्तर वर्ष व्यतीत हो गए,
भाषायी गुलामी जारी है l
हिंदी सबसे प्यारी है ll
वह देश सदा गूंगा होता,
जहाँ विदेशी भाषा रानी है l
हिंदी सबसे प्यारी है ll
जिस देश में अपनी भाषा ही,
गणराज्य से ही हारी है l
हिंदी सबसे प्यारी है ll
हिंदी हमारी सम्पर्क भाषा,
जननायकों को लगती खारी है l
हिंदी सबसे प्यारी है ll
हिंदी उन्नति की मूल सदा,
यह सबको पालन हारी है l
हिंदी सबसे प्यारी है ll
हर देश की है अपनी भाषा,
भारत में नहीं हमारी है l
हिंदी सबसे प्यारी है ll
हिंदी गौरवशाली भाषा,
शर्मीली नहीं हमारी है l
हिंदी सबसे प्यारी है ll
हिंदी गंगा की शुद्ध धार,
सागर इसका आभारी है l
हिंदी सबसे प्यारी है ll
हिंदी है परिनिष्ठित भाषा,
तत्सम, मुहावरों से यारी है l
हिंदी सबसे प्यारी है ll
हिंदी भाषा पश्चिमी, पूर्वी,
राजस्थानी, पहाड़ी बिहारी है l
हिंदी सबसे प्यारी है ll
अवहट्ट से निकली हिंदी भाषा,
यही पुरानी हिंदी सारी है l
हिंदी सबसे प्यारी है ll
अब हिंदी बने राष्ट्रभाषा,
कामना यही हमारी है l
हिंदी सबसे प्यारी है ll
विश्व हिंदीदिवस सन चौबीस में,
प्रधानमंत्री जी से विनय हमारी हैl
हिंदी सबसे प्यारी है ll
डॉ. बिश्वम्भर दयाल अवस्थी
शिक्षक एवं साहित्यकार
खुर्जा, बुलंदशहर (उ. प्र.)
पि. नं. 203131