कल्पकथा स्थापना माह में संस्था की गतिविधियों, और विविधता, से भरी रही कल्पकथा साप्ताहिक ऑनलाइन काव्यगोष्ठी
!! कल्पकथा स्थापना माह में संस्था की गतिविधियों, और विविधता, से भरी रही कल्पकथा साप्ताहिक ऑनलाइन काव्यगोष्ठी !!
कल्पकथा साहित्य संस्था के मीडिया प्रभारी आचार्य धीरज द्विवेदी “याज्ञिक” जी ने बताया कि दिनांक 12 जनवरी 2025 रविवार, को आयोजित साप्ताहिक ऑनलाइन काव्यगोष्ठी में कल्पकथा की गतिविधियां, रामलला का प्राण प्रतिष्ठा दिवस, स्वामी विवेकानंद जी, इत्यादि को समर्पित काव्य रचनाओं से वातावरण सुवासित रहा।
नियमानुसार स्वैच्छिक विषय के कार्यक्रम का शुभारंभ कुमारी वसुंधरा रजक जी, प्रयागराज (उप्र) द्वारा, गुरु वंदना, गणेश वंदना, एवं सरस्वती वंदना, से किया। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता कल्प कथा संस्थापिका दीदी श्रीमती राधा श्री शर्मा जी द्वारा की गई। कार्यक्रम में हरियाणा, दिल्ली, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, उत्तराखण्ड, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, बिहार, उड़ीसा, गुजरात, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, से जुड़ें विद्वान रचनाकारों ने काव्य पाठ किया।
कार्यक्रम का संचालन कल्पकथा संस्थापक पवनेश मिश्रा ने किया जबकि कोंच (उप्र) के आशु कवि श्री भास्कर सिंह माणिक जी ने विशेष रूप से कार्यक्रम को भावों में सजाए रखा।
कार्यक्रम में सहभागी रचनाकार अग्रलिखित हैं।
01) डॉ ऊषा पाण्डेय “शुभांगी” जी,
02) श्रीमती कविता नेमा जी,
03) श्रीमती किरण अग्रवाल जी,
04) डॉक्टर सुधांशु मिश्र जी,
05) श्री गोपाल कृष्ण बागी जी
06) डॉ. जया शर्मा ‘प्रियम्वदा’ जी,
07) श्री भास्कर सिंह ‘माणिक’ जी,
08) कुमारी चंदा देवी स्वर्णकार जी,
09) श्रीमती रेखा अनूप नेमा जी,
10) श्री पुष्पराज धीमान “भुलक्कड़” जी,
11) श्रीमती कविता नेमा “काव्या” जी ,
12) श्रीमती शोभा प्रसाद जी,
13) श्री विष्णु शंकर मीणा जी,
14) श्रीमती मंजू शकुन खरे जी,
15) श्रीमती शोभा शर्मा जी,
16) श्रीमती पूनम रानी जी,
17) श्रीमती राधा श्री शर्मा जी,
18) पवनेश मिश्रा,
कार्यक्रम के अंत में आयोजन अध्यक्ष एवं कल्पकथा संस्थापिका श्रीमती राधा श्री शर्मा जी ने कल्पकथा की वेबसाइट लॉन्चिंग की वर्षगांठ, संस्था की जीवन यात्रा, विविध कार्यक्रमों, पर प्रकाश डालते हुए सभी सहभागी कलमकारों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए नियमानुसार “सर्वे भवन्तु सुखिनः” की भावना व्यक्त की तथा सभी का आभार व्यक्त कर किया गया।