राज भाषा हिंदी के 75 वर्ष विषय पर संगोष्ठी संपन्न
राज भाषा हिंदी के 75 वर्ष विषय पर संगोष्ठी संपन्न
लखनऊ/खीरी, केन ग्रोअर्स नेहरू डिग्री काॅलेज, गोला गोकर्णनाथ-खीरी में पं.दीनदयाल उपाध्याय सभागार में उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान लखनऊ व केन ग्रोअर्स नेहरू डिग्री काॅलेज, गोला गोकर्णनाथ खीरी के हिन्दी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में ’’राजभाषा हिन्दी के 75 वर्ष’’ विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.पंकज सिंह तथा उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान के निदेशक विनय श्रीवास्तव, अंजू सिंह, गरिमा सिंह, अमित सिंह परिहार, खण्ड विकास अधिकारी खीरी मितौली, रश्मिशील ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्पार्चन एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। अतिथियों का स्वागत परिचय हिन्दी विभाग के प्रभारी डाॅ.प्रशांत सिंह ने कराया। प्राचार्य ने सम्मानित अतिथियों एवं वक्ताओं को शाल एवं स्मृति चिन्ह भंेट किया। डाॅ. रश्मिशील ने उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान के इतिहास पर प्रकाश डाला। विषय प्रवर्तन हिन्दी विभाग के सहायक आचार्य डाॅ. विकास चैरसिया ने किया। पं. शिव दत्त मिश्र ने राजभाषा हिन्दी एवं देव नागरी लिपि के महत्व पर प्रकाश डाला, वही डाॅ. धर्म नारायण ने हिन्दीतर पट्टी में हिन्दी की चुनौतियों एवं तकनीकी नवाचारों पर प्रकाश डाला। डाॅ. अमित सिंह परिहार ने राजकीय कार्यो में हिन्दी के महत्व पर विस्तृत चर्चा की। डाॅ. वेद प्रकाश अग्निहोत्री ने भी हिन्दी के विकास क्रम व आजादी के समय हिन्दी की महत्व पर प्रकाश डाला। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. पंकज सिंह ने हिन्दी को भारतीय जनमानस की भाषा बताया साथ ही यह भी कहा कि इसी हिन्दी भाषा में भारतीय समाज की जनाकांक्षायें बोलती है।
धन्यवाद ज्ञापन हिन्दी विभाग के सहायक आचार्य राकेश कुमार अग्रहरि ने किया। मंच संचालन डाॅ. मंजू शुक्ला ने किया।
अवसर पर महाविद्यालय के सभी शिक्षकगण, शिक्षणेत्तर कर्मचारी एवं छात्र छात्राएँ उपस्थित रहे।