उम्र कम भावनाएं श्रेष्ठ
।। उम्र कम भावनाएं श्रेष्ठ ।।
सूरजपुर (छत्तीसगढ़) का निवासी निलेश अग्रवाल, उम्र 26 वर्ष ,पहली बार जब उनकी जिला मुख्यालय सूरजपुर में 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ हुआ तो उनके मन में भाव जगा कि इस महायज्ञ में मैं भी कुछ दान करूं और इन्होंने 80/- प्रति किलो अर्थात पर्यावरण शोध करने वाली उच्च क्वालिटी की हवन सामग्री तथा उसमें लगने वाले पूजा सामग्री नि:शुल्क भेंट किया । तब से अब तक उनको अपने जिले व आसपास के जिले में होने वाली पांच,नौ, चौबीस या 108 कुंडीय यज्ञ जहां भी होने की खबर मिलती है तो वह स्वप्रेरित होकर वहां के कार्यकर्ताओं से संपर्क करते हैं तथा उनको उच्च गुणवत्ता युक्त हवन सामग्री स्वयं देते हैं ।
अब तक 20 से 25 यज्ञों में दान कर चुके हैं ।
इनसे पूछने पर बताया कि भैया मैं यह सब आत्म शांति के लिए करता हूं । मुझे ऐसा करने से बहुत ही खुशी मिलती है और अंत समय में मैं कुछ लेकर थोड़ी जाऊंगा । उनसे यह पूछने पर कि आप सस्ते वाली हवन सामग्री भी तो दान कर सकते हैं तो उन्होंने कहा कि जिस दशांग को जलाने से पर्यावरण का शोधन ही ना हो और जो मानव मात्र को लाभ न पहुंचाएं की स्वास्थ्य को स्वास्थ्य लाभ न पहुंचाएं ,ऐसी हवन सामग्री देने से क्या मतलब ।
सिर्फ यही नहीं उनकी नजर में कोई गरीब ,बुजुर्ग या बच्चे जरूरत की कुछ सामान्य बेचते मिलते हैं तो सहयोग की भाव से उनके पास से यह जरूर खरीद लेते हैं । आपको बताना चाहूंगा कि उनकी प्रतिदिन की दिनचर्या की शुरुआत ही चिड़ियों को दाना देना, गाय को खल्ली चुन्नी खिलाना आदि शुभ कार्यों से होती है ।
बसंत कुमार ऋतुराज
अभनपुर