निहारिका साहित्य मंच/कंट्री ऑफ इंडिया* के तत्वाधान *नारी शक्ति सम्मान* का आयोजन
*निहारिका साहित्य मंच/कंट्री ऑफ इंडिया* के तत्वाधान
*नारी शक्ति सम्मान* का आयोजन
लखनऊ -कैप्टेन मनोज पाण्डेय चौराहा स्थित सौभाग्यम मैनशन में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर महिलाओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन प्रिंट मीडिया वर्किंग जर्नलिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष, निहारिका साहित्य मंच के अध्यक्ष अब्दुल अज़ीज़ सिद्दीक़ी तथा निहारिका साहित्य मंच की संस्थापिका, एवं प्रिंट मीडिया वर्किंग जर्नलिस्ट एसोसिएशन की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रीमा सिन्हा के द्वारा किया गया।
कार्याकम में मुख्य अतिथि की भूमिका में आईपीएस मनीषा सिंह जी रहीं जिन्होंने नारी सशक्तिकरण पर अपने वक़्तव्य में कहा कि आवश्यकता है जागरूकता की। महिलाओं को अगर घरेलू या बाहरी उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा तो वो निःसंकोच वीमेन हेल्प लाइन की मदद लें। उन्होंने उपस्थित सभी महिलाओं को स्मृति चिन्ह एवं पौधे देकर सम्मानित किया। विशिष्ट अतिथि में वरिष्ठ साहित्यकार शोभा दीक्षित भावना, सूचना उपनिदेशक डॉ मधु ताम्बे, समाजसेविका एवं पूर्व प्रदेश यू पी प्रभारी,आरटीआई प्रकोष्ठ भारतीय जनता पार्टी उर्वशी शर्मा, मिसेज यूनिवर्स एवं पीजीआई कार्यरत डॉ नीमा पंत,मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोसिएशन के अध्यक्ष अब्दुल वहीद, ज़ुबेर अहमद, राष्ट्रपति पदक से सम्मानित आज़ाद हफ़ीज़ जी रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मशहूर शायर एवं साहित्यकार डॉ सुल्तान शाकिर हाशमी ने की। उन्होंने अपने उद्बोधन में नारी शक्ति को सर्वश्रेष्ठ मानते हुए उनकी सराहना की।
सम्मनित होने वाली नारी शक्तियाँ लक्ष्मी सरोजा इंजेती, भारती जायसवाल,चित्रा दास, अलका अस्थाना, रत्ना कौल, श्वेता श्रीवास्तव, शोभा दीक्षित भावना, डॉ नीमा पंत,मनीषा सिंह,डॉ मधु ताम्बे, अनुपमा श्रीवास्तव,मीठू रॉय, खुशनुमा अतीक, डॉ सीमा श्रीवास्तव, लुबना अख्तर,राधा बिष्ट,अनुसुमा सिंह आदि रहे।
आयोजनकर्ता श्री अज़ीज़ सिद्दीक़ी एवं डॉ रीमा सिन्हा ने आये हुए सभी अतिथिओं का स्वागत किया एवं कहा कि आज महिलाओं की स्तिथि में पहले से काफ़ी सुधार हुआ है और प्रत्येक क्षेत्र में महिलाएं कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं किंतु आज भी कई महिलाएं उत्पीड़न का शिकार हो रही हैं। ज़रूरत है महिलाओं की महत्ता को समझने की। कागज़ी ज्ञान से इतर विचारों में बदलाव लाने की, तभी हमारा समाज सही मायने में समरुपता का परिचायक बनेगा।
श्री सिद्दीक़ी जो सदैव महिलाओं के हितों की रक्षा के लिए अग्रसर रहे हैं उनके द्वारा समय समय पर ऐसे आयोजन करवाए जाते हैं जिसका मुख्य उद्देश्य समाज को जागरूक बनाना है। उनकी ब्यूरो चीफ डॉ रीमा सिन्हा भी श्री सिद्दीक़ी के पदचिन्हों का अनुशरण करते हुए इस प्रकार के आयोजन में सदा साथ देती हैं।