।। श्री राम जय राम जय जय राम ।।
आज की रात- एक विशेष बात !! दिनचर्या को लेकर चर्चा होती रही हृदय में !! बात सही भी है, की यदि व्यक्ति अपने 24 घंटे के सिस्टम को ठीक कर ले तो, उस’का बहुत सारा कार्य अपने आप ठीक होता चला जाता है ।। इसीलिए ऋषियों ने पूजा पाठ का एक व्यवस्थित स्वरूप देकर, जीवन यात्रा को वहीं से प्रारंभ करने का एक व्यवस्था दिया था । है भी सही । कि जितने भी बुद्धिमान लोग 4:00 बजे या 4:30 बजे बिस्तर छोड़ देते हैं, और रात को 9:30 बजे से 10:00 तक सो जाते हैं और
रात में सोने के बहुत पहले भोजन कर लेते हैं और दिन में जागने के बाद थोड़ा टहल लेते हैं, चाहे जो चीज अपने शरीर में भोजन के लिए नहीं डालते हैं– और प्राणायाम जप आदि करते हैं उनका जीवन और लोगों से बहुत ही व्यवस्थित देखा गया है । ऐसी अवस्था में–
{संसार में जितने भी लोग जीवन जीने के लिए रास्ता बताते हैं लोगों को}
वह बहुत अधिक बता देने से भी–
लोग उस कार्य को नहीं कर पाते हैं जिसे पूजा पाठ कहते हैं ।।
मुझे यह पता है कि मस्तिष्क और शरीर यह दोनों जिसका व्यवस्थित है, ठीक है, उसी का यह संसार है,
तो मेरे हृदय में निवास करने वाले मेरेप्रियजनों आपको-हमको चाहिए कि हम और कुछ कर पाए ना कर पायें, लेकिन अपने इष्ट का ध्यान और जप अवश्य करें ।
अपने कोई देवी, देवता, इष्ट या सूर्य का ध्यान करें गायत्री मंत्र का जाप करें और प्राणायाम करें ।।
24 घंटे में केवल 24 मिनट आप केवल सुबह के समय कर लें और
रात में भोजन करने से पहले जप और प्राणायाम 12 मिनट कर लें
यही 24 मिनट और 12 मिनट का जो समय आपको हमने अनुभव के आधार पर कहा है तो, ही बहुत सारा कुछ आपके जीवन में बदलने लगेगा । आपके इच्छा अनुसार आपका कार्य हो रहा है ऐसा अनुभव होने लगेगा । ईश्वर रूप यह प्रकृति बहुत ही सरल है इस प्रकृति से सुंदर लाभ लेने के लिए जप, ध्यान, प्राणायाम अवश्य करें ।।
जिससे जीवन भर स्वस्थ रहें, अपने जीवन में दुख आने ही ना दें ।।
हरिकृपा ।।
आपसपरिवार को-
बहुत-बहुत शुभकामना ।।
लेख —
पंडित बलराम शुक्ल
नवोदय नगर, हरिद्वार
